Discovering Barwadih
बरवाडीह
आज मैं दो शब्द अपने बरवाडीह पर ब्लॉग लिख रहा हु उम्मीद है आप सभी लोगो को पसंद आएगा। वो भी क्या समय था... जब हमारा आपका बचपन बरवाडीह की इस पावन धरती पर गुजरा... और आज भी वही खुशबु आती है इस बरवाडीह के पवन धरती पर। daltonganj to barwadih distance 27km बरवाडीह प्रखंड लातेहार जिला के अंतर्गत आता है.
भारत के नक़्शे पर अगर आप देखेंगे बरवाडीह तो बिलकुल छोटा सा दिखे गा ! लेकिन बरवाडीह के युवा आज हर क्षेत्र में बरवाडीह का नाम ऊचा कर रहे है.. मुझे गर्व है आपने इस पावन बरवाडीह के धरती पर जो हमने जन्म लिया ।barwadih pin code 822111
बरवाडीह की एक अपनी ही पहचान है आपसी भाई चारा यहाँ सभी धर्म के लोग रहते है हिन्दू,मुस्लिम,सिख और ईसाई समुदाय के लोग। और यहाँ की खासियत ऐसी है की हम सभी लोग आपसी भाईचारा के साथ रहते है. क्या होली,दशहरा ,ईद ,मुहर्रम दीवाली और सरहुल और क्रिसमस आपस में मिलजुल कर मनाते है। बरवाडीह ब्लॉक की कुल जनसंख्या तकरीबन ८० हजार है. और यहाँ की मुख्य भाषा हिंदी और संथाली बोली जाती है। बरवाडीह ब्लॉक से राज्य की राजधानी रांची की दुरी तकरीबन १५७ किलोमीटर है। बरवाडीह से रेल और बस यातायात की सुविधा काफी अच्छी है आज भी मुझे याद है वो पहाड़ी पर श्री हनुमान जी का मंदिर और निचे शिव जी का मंदिर काफी फेमस है.
बरवाडीह के प्रमुख चौक विवेकानद चौक/ नेताजी सुभास चौक subhash chowk barwadih /बाबा चौक/भगत सिंह चौक/बस स्टैंड काफी फेमस है। बरवाडीह में हमेशा साप्ताहिक बाजार आज भी शुक्रवार को लगता है... बरवाडीह बाजार से मुख्य रूप से जुड़े हुए है जैसे रेलवे कॉलोनी ,बभनडीह, गढ़वाताड ,खुरा ,छेंचा ,हुटार कोलावरी /मंडल /बेतला ये सब भाग जुड़े है। बरवाडीह में शिक्षा के लिए काफी अच्छे अच्छे प्राइवेट और सरकारी स्कूल है। आज भी बरवाडीह के छात्र हायर एजुकेशन के लिए डालटनगंज (मेदनीनगर ) को सुबह की ट्रैन से यात्रा करते है और दोपहर बाद वापिस आते है... वो भी एक अनोखी एकता है बरवाडीह के छात्रों का जो रोज एक साथ ट्रैन में सफर करते है और सभी लोग आपस में दुःख बाटते /मदत करते है. सभी क्षेत्र में बरवाडीह ने काफी नाम किया... आज बरवाडीह के विद्यार्थी देश -विदेश में काफी नाम कर रहे है. बरवाडीह की सुंदरता को चार चाँद यहाँ की बेतला नेशनल टाइगर प्रोजेक्ट लगता है... जो आज पुरे देश में काफी फेमस है यहाँ टाइगर, हाथी ,हिरण और भी कई जानवर देखने को मिलते है. अगर आप बेतला जाये तो दो चीज जरूर देखे पहला बेतला नेशनल टाइगर प्रोजेक्ट और दूसरा पलामू किला। यहाँ के पलामू किल्ला काफी फेमस है यहाँ पर दो किल्ला है एक पुरानी किल्ला है जो की वहा के राजा Raksel dynasty ने बनवाया था। और दूसरा किल्ला जो की राजा मेदनी राज जी ने बनवाया था. और बरवाडीह का रेलवे क्लब का मैदान आज भी फेमस है फूटबाल मैच के लिए।
बरवाडीह की आज की कुछ जरुरत है वो.... यहाँ स्वस्थ के क्षेत्र में मल्टी स्पेसिलिटी हॉस्पिटल चाहिए , शिक्षा के क्षेत्र में आईटीआई /नर्सिंग /ग्रेजुएशन /कंप्यूटर साइंस जैसे शिक्षण इंस्टिट्यूट / कॉलेज की आवश्यकता है , बैंकिंग barwadih branch code के क्षेत्र में यहाँ सरकारी बैंक में काफी भीड़ रहती है २-४ काउंटर और ज्यादा एवम एटीएम मशीन की अति आवश्यकता है। और लास्ट में मेरा आग्रह है कि आप सभी बरवाडीह के नागरिको से बरवाडीह को हरा भरा खुशहाल शहर के निर्माण हेतु में आप सभीलोग पर्यावरण को बढ़ावा दे आप सभी लोग खुद के घर के पास या घर के रास्ते पर सिर्फ ५ पेड़ लगाए वो भी फल देने वाला पेड़.. जैसे आम/इमली/जामुन/कटहल/बेल ताकी आपके शहर /गांव के लोग इसका आनंद उठा सके और एक खुशहाल बरवाडीह का अच्छा पर्यावरण निर्माण हो । weather today barwadih और पेड़ ( वृक्ष ) लगाने के बाद उसकी देख भाल अवश्य करे और ट्री गार्ड लगाए एवम नियमित रूप से पानी भी डाले। बरवाडीह में एक समय में रेलवे कॉलोनी थी जो बहुत सुन्दर और साफ सुथरा थी, अब वो बात नहीं रही रेलवे कॉलोनी में कोई साफ सफाई पर ध्यान नहीं है? एक समय था बाबा चौक जो काफी मशहूर था... अब बाबा चौक का वो २५ साल पहले वाला रौनक नहीं रहा बाबा चौक में।