फार्मा कंपनी में आज कल सबसे ज्यादा वेकैंसी होती है और आप लोगो ने कई बार अपने मित्रो से संपर्क करते हो कैंडीडेट के लिए और सबसे ज्यादा और पहला सवाल आप को पूछते है पैकेज क्या दोगे!!!!
मेरी बात अगर मानो तो ऐसे कैंडिडेट को कभी अपनी कंपनी में ना ले, क्या पता आज जो भी आप पैकेज ऑफर कर रहे है कल कोई और ज्यादा ऑफर कर दे तो ???
और ऐसे कैंडिडेट बिलकुल भी न ले:
1 जो इंटरव्यू देने से पहले आपको पैकेज पूछे
2 जो कैंडिडट रिक्वेस्ट करे फोन पर इंटरव्यू लो
3 जो कैंडिडेट ये बोले आप मेरे हेड क्वार्टर में कब आने वाले हो
4 ज्यादा अनुभवी कैंडिडेट भी न ले।
क्यू की अगर अपर के प्वाइंट जो भी है वैसे कैंडिडेट को रिजेक्ट करना शुरू किया तो सबसे पहले वेकैंसी काम होगी और वो जिस भी कंपनी में रहेगा वहा तो ठीक से काम करेगा।
जो कैंडिडेट अगर आपसे सबसे पहले पैकेज की बात करता है उससे कुछ सवाल जरा पूछ कर देखे!!
1 क्या मार्केट इमेज है आपकी?
2 कितना सेल्स है पिछली कंपनी जहा प्रेजेंट वर्क कर रहा है
3 बिना सीआरएम के कितना सेल्स है?
4 अगर वो बोला इतनी है मेरी मार्केट वैल्यू तो पूछो क्यू छोड़ रहे हो प्रेजेंट जॉब?
5 अगर इतना अच्छा परफॉर्मेंस आपका है तो क्यू नही 100% ऑन टारगेट पर हो, क्यू नही इंसेंटिव कमाते सारी तकलीफ वही दूर हो जाती?
6 ज्यादातर कैंडिडेट कंपनी की बुराई करते पर वास्तव में होता नही है वैसा! नॉन परफॉर्मर लोग ही भागते है।
दूसरा ऐसे कैंडिडेट से कभी भी अच्छा आप फ्रेशर कैंडिडेट ले, फ्रेशर कैंडिडेट उल्टा उनसे ज्यादा काम करेगा।
क्या गारंटी है अनुभवी कैंडिडेट आपको 3 महीने में सेल्स लाकर दे??
सिर्फ मैनेजर अपनी वर्कलोड ज्यादा न हो इसलिए फ्रेशर रिजेक्ट करते है, ताकि अनुभवी कैंडिडेट को सब कुछ मालूम है। वैसे कैंडिडेट को सिर्फ मालूम ही रहता है सेल्स नही आता! फिर इनको ज्यादा सैलरी क्यू दे? उससे कम सैलरी पर फ्रेशर मिलते है। हमने कई बार देखा अनुभवी कैंडिडेट अपने मैनेजर को ही सीखने लगता है ऐसा नहीं ऐसा होता है!
इसलिए जल्दबाजी बिलकुल ना करे वेकैंसी भरेगी आपकी लेकिन राइट कैंडिडेट लो जिसको जरूरत है job की, और हमेशा अपने फ्रेंड्स और उसके एक्स बॉस/ मैनेजर से बात कर के ही ले तो आपको सच्चाई मालूम चलेगी।