फार्मा के परिश्थिति जैसे थे वैसे ही है

                                           फार्मा के परिश्थिति जैसे थे  वैसे ही है 



लॉक डाउन का समय ६ महीने बीत जाने के बाद भी आज फार्मा मार्केट की हालत नहीं सुधारे ! क्यों की अब  कोरोना गली-मुहल्ले तक पहुंच गया है।  आज भी मुख्य कंसलटेंट डॉक्टर्स फार्मा वाले को कॉल नहीं दे रहे है , रोज का डॉ   कॉल ६-८ ही हो पा है। 

आज हमलोग व्हाट्सप्प ग्रुप पर देखते है  एक वेकन्सी पोस्ट डालो तो काम से काम १०-१५ कैंडिडेट के  रिज्यूम तुरंत आ जाता है... 

क्यों  की  फार्मा के लोगो को सैलरी ३०-६०% कट कर के  आते है, एक्सपेंसेस १-२ महीने लेट से आते है , क्यों की मार्केट में सेल्स और कलेक्शन नहीं आ रहे  है समय पर । आज कई लोग है जो नई कंपनी ढूंढ रहे  है क्यों कंपनी को कॉस्ट कटिंग कर के बैलेंस शीट मैच करना है। इस लिए बहुत से कंपनी अपने एम्प्लॉये  काम कर रहे है। 

वर्ष २०२० जिन्दा रहने के लिए  काम करो...और  ज्यादा पैसा  लिए २०२१ को चुनो। फ़िलहाल जहा हो आप वही संतुष्ट रहो और काम करो. 


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