Is Your 10 to 5 Job a Modern Jail?
आजकल की ज़्यादातर नौकरियाँ एक जेल जैसी लगती हैं। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक एक ही रूटीन, वही काम, वही तनाव। महीने के अंत में सैलरी खाते में आती है और अगले 7 दिनों में अकाउंट फिर से खाली हो जाता है। EMI, किराया, बिल, बच्चों की फीस—हर चीज़ की लिस्ट पहले से तैयार रहती है।
इस भागदौड़ में न तो पर्सनल लाइफ बचती है, न ही कोई फाइनेंशियल सेविंग्स। हर महीने अगली सैलरी का इंतज़ार एक मजबूरी बन जाती है। और सबसे बड़ी बात—जॉब की सिक्योरिटी भी नहीं है। कभी भी कंपनी downsizing कर सकती है, और हम फिर से जीरो पर आ सकते हैं।
अब बात करें बिज़नेस की। हाँ, इसमें रिस्क है। शुरुआत में संघर्ष होता है, इनकम अनिश्चित होती है। लेकिन जब आप अपने पैरों पर खड़े होते हैं, तो फ्रीडम और फाइनेंशियल ग्रोथ की कोई सीमा नहीं होती।
उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति जो पहले एक MNC में 10 से 5 की नौकरी करता था, उसने अपनी छोटी सी कॉफी शॉप शुरू की। पहले साल में मुश्किलें आईं, लेकिन तीसरे साल में उसका ब्रांड इतना पॉपुलर हो गया कि अब वह खुद दूसरों को नौकरी दे रहा है।
बिज़नेस में आप अपने समय के मालिक होते हैं, अपने फैसले खुद लेते हैं, और सबसे बड़ी बात—आपका हर प्रयास आपके सपनों को साकार करता है, न कि किसी और के।
तो सोचिए, क्या आप भी उस जेल से बाहर निकलकर अपनी आज़ादी की उड़ान भरना चाहते हैं?
