फार्मा फील्ड फ़ोर्स के ऊप्पर ग्रहण का दौर
आज कल कई ऐसे खबर सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है की ये कंपनी ने १५० लोगो को बर्खास्त किया , ये कंपनी ने डिवीज़न बंद किया, कई कंपनी ने तो लॉक डाउन पीरियड में १०-30% ही सैलरी दिया... ऐसे कई न्यूज़ रोज सुनाने को मिल रही है।
ये वही फार्मा कंपनी के लोग है खुद के मार्किट में शेयर वैल्यू बढ़ाने के लिए भर्ती करते रहते है... कुछ लोग PCPM का हवाला देकर निकाल रहे है। अगर देखा जाये तो कोरोना विषाणु के पहले भी उनका PCPM उतना ही था , सिर्फ कॉस्ट कटाई के लिए इनको बहाना मिल गया है। और लोगो को निकाल रहे है। कुदरत का कहर कुछ ऐसा है की कोरोना विषाणु ,हंफान चक्रवात और निसर्ग चक्रवात इनका कहर शुरू है !
इस मुश्किल के दौर में कितने लोगो का नौकरी गयी ,ये बेचारे आज ऐसी हालत में फसे है की आगे ३-५ महीने शायद ही कोई रेक्विरमेंट लगाने वाली है। इस लिए एक कहावत है
DON'T LOVE TO THE COMPANY BECAUSE OF YOU DON'T KNOW WHEN COMPANY WILL STOP LOVING TO YOU!
इस लिए आप अपने काम से काम रखे , कोई इमोशनल नहीं, हमेशा खुद की सोचो... क्यों की कंपनी हमेशा खुद की सोचती है , जब उनको आपकी जरुरत होती है तो बहुत प्यार, इमोशनल से आपसे काम निकाल लेते है, लेकिन जब थोड़ा सा भी कुछ उप्पेर निचे हुआ तो कोई इमोशनल नहीं, केवल प्रोफेशनल।
तो फिर आप क्यों नहीं प्रोफेशनल बनाते?
आज कल कई ऐसे खबर सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है की ये कंपनी ने १५० लोगो को बर्खास्त किया , ये कंपनी ने डिवीज़न बंद किया, कई कंपनी ने तो लॉक डाउन पीरियड में १०-30% ही सैलरी दिया... ऐसे कई न्यूज़ रोज सुनाने को मिल रही है।
ये वही फार्मा कंपनी के लोग है खुद के मार्किट में शेयर वैल्यू बढ़ाने के लिए भर्ती करते रहते है... कुछ लोग PCPM का हवाला देकर निकाल रहे है। अगर देखा जाये तो कोरोना विषाणु के पहले भी उनका PCPM उतना ही था , सिर्फ कॉस्ट कटाई के लिए इनको बहाना मिल गया है। और लोगो को निकाल रहे है। कुदरत का कहर कुछ ऐसा है की कोरोना विषाणु ,हंफान चक्रवात और निसर्ग चक्रवात इनका कहर शुरू है !
इस मुश्किल के दौर में कितने लोगो का नौकरी गयी ,ये बेचारे आज ऐसी हालत में फसे है की आगे ३-५ महीने शायद ही कोई रेक्विरमेंट लगाने वाली है। इस लिए एक कहावत है
DON'T LOVE TO THE COMPANY BECAUSE OF YOU DON'T KNOW WHEN COMPANY WILL STOP LOVING TO YOU!
इस लिए आप अपने काम से काम रखे , कोई इमोशनल नहीं, हमेशा खुद की सोचो... क्यों की कंपनी हमेशा खुद की सोचती है , जब उनको आपकी जरुरत होती है तो बहुत प्यार, इमोशनल से आपसे काम निकाल लेते है, लेकिन जब थोड़ा सा भी कुछ उप्पेर निचे हुआ तो कोई इमोशनल नहीं, केवल प्रोफेशनल।
तो फिर आप क्यों नहीं प्रोफेशनल बनाते?
Pharma Field Force's Eclipse Round
Nowadays, many such news are being seen on social media that
this company sacked 150 people, this company closed the division, some companies
gave 10-30% salary in the lock-down period ... many such news every day I am
getting to hear it.
These are the people of the same pharma company, they keep
recruiting to increase the share value in their own market… Some people are
withdrawing by citing PCPM. If seen, even before the coronavirus, their PCPM
was the same, only they have got an excuse for cost-cutting. And removing
people. Nature's havoc is such that the coronavirus, cyclone, and
natural cyclone have started their havoc!
How many people have lost their jobs during this difficult
time, this poor fellow is in such a condition that hardly a requirement is
required for 3–5 months ahead.
There is a saying
DON'T LOVE TO THE
COMPANY BECAUSE OF YOU DON'T KNOW WHEN COMPANY WILL STOP LOVING TO YOU!
That's why you keep your business, no emotional, always
think of yourself ... why the company always thinks of itself, when they need
you a lot of love, you get emotional out of work, but when little Even if
something is down, no emotional, only professional.
Then why don't you become a professional?