क्या आप एक दिन बिना इंटरनेट के रह सकते है..?

क्या हमलोग सिर्फ एक दिन बगैर इंटरनेट  रह सकते है........ ? बड़ा अजीब सवाल शायद आपको लगता होगा! क्यू की आज की सोशल मीडिया लाइफ  में सिर्फ और सिर्फ दिखावे के जिंदगी हम लोग जी रहे है? आज इंटरनेट इतना हावी हो गया है हमारे दिलो दिमाग पर की कोई  कही भी रहे  इंसान हमेशा मोबाइल में व्यस्त रहता है , और आज इस सोशल मीडिया वजह से आपसी प्रेम भाव काम हो गए है।  इंसान घर में भी आ कर मोबाइल में व्यस्त रहता है पति-पत्नी अपने अपने मोबाइल में सिर्फ सोशल मीडिया पर व्यस्त रहते है खुद की आँख ख़राब करते रहते है और गर्दन का दर्द बढ़ाते है सिर्फ मोबाइल की वजह से।  आज टेक्नोलॉजी का जमाना है अच्छी बात है पर इतना न की आप पूरी दिन उसमे ही व्यस्त रहो?  आज सोशल मीडिया के इतने प्लेटफार्म है की वो आपको व्यस्त कर के लाखो करोड़ रूपए कमाते है और आप  आपने अपना समय-सम्बन्ध   गवाते है ! सोशल मीडिया आने के बाद अपनापन खत्म हो गया है! पहले लोग शादी-व्याह का पत्रिका देने दूर-दूर तक अपने रिश्तेदार और दोस्त  के घर जाते थे और अब सीधा व्हाट्सएप्प पर भेज देते है! क्या यही है प्यार-मोहब्बत  आपसी रिश्तो का ? या सिर्फ फॉर्मेलिटी?


अभी भी समय है जिस दिन अगर आप सिर्फ एक दिन संडे-के संडे इंटरनेट बंद कर कर पूरा समय अपनी फॅमिली को दिजिये आपके रिश्ते काफी बेहतर हो जायेंगे।  आज रोज आपलोग सुनते होंगे न्यूज़ में पढ़ते होंगे डिवोर्स तलाक सबसे बड़ा कारन सोशल मीडिया है , क्यों की आज इंसान सोशल मीडिया का गुलाम हो गया है।  समय अभी भी है फैसला आपको करना है।  हर चीज का एक लिमिट होता है।  इंटरनेट प्रोवाइडर करोड़ रूपए कमा रहे है आपके जेब से ,आज कोई कुछ फ्री नहीं देता सिर्फ सोच सोच का फर्क है। 
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रिश्तों का विटामिन!The Vitamin of Relationships

 आपने सही पढ़ा आज का हेडलाइन रिश्तों का विटामिन! आपने देखा होगा और महशूस भी किया होगा कई बार इंसान का शरीर बीमार पड़ जाता है तब है हम  औषद /दवाईयां विटामिन लेते है और हमारा शरीर स्वस्थ हो जाता है। लेकिन ये मन का बीमारी कैसे ठीक करे! क्यू की शरीर को विटामिन की जरूरत है। हमारे मन का रोग /दिल/ दिमाग का ऐसा कौन सा तार है जो इस बीमारी को ठीक कर दे...! काश कोई ऐसा मशीन होता जो सीटी स्कैन कर के बता दे की हा यहां पर प्रॉब्लम है तो हम लोग या डॉक्टर उस बीमारी का सही इलाज कर सके! लेकिन ऐसा कोई मशीन ही नहीं जो हमे बता सके। साइंस के काफी प्रगति की है लेकिन ये मन का रोग आज तक बता नही सकी।

पिछले २ सालो में आपने देखा होगा इस पैंडेमिक सिचुएशन में कई लोगो का लाइफ बदल गया है जैसे फाइनेंशियल प्रॉब्लम, रिश्तों में खटास, ऐसे कई प्रॉब्लम आए है जिससे इंसान के रिश्ते में स्ट्रेस काफी आया है। 

आज हमारे The Vitamin of Relationships सुख का कारण भी मन ही है और दुख का कारण भी मन है , ये। कुछ कुछ रिश्तों में विटामिन की आज जरूरत है। और समय समय पर अगर रिश्तों को विटामिन देते रहेंगे तो सब कुछ फ्रेश और ताजा हो सकता है।

विटामिन एक ऐसा सप्लीमेंट है जो शरीर को ठीक कर सकता है तो फिर मन के रोग को क्यू नही लेकिन, ये विटामिन सप्लीमेंट कुछ अलग है...

१ विटामिन ए( Vitamin A) :  विटामिन ए  एक ऐसा है जो A=Attachment आटैचमेंट । हम कही भी रहे दूर ही क्यू नही लेकिन अपने रिश्तों में अटैचमेंट की विटामिन जरूर दे तभी आपका मन खुश रहेगा।

२ विटामिन बी ( Vitamin B):  अगर रिश्तों को विटामिन ए का साथ अगर विटामिन बी ने दिया तो रिश्ते में और चार चांद लग जायेंगे Vitamin B( Bonding) बॉन्डिंग हर रिश्ता को अटैचमेंट के साथ Bonding बॉन्डिंग बहुत जरूरी है। कई बार रिश्तों में गलतफहमी हो जाती है ये मन की वजह से उस समय विटामिन बी बॉन्डिंग की जरूरत होती है

३ विटामिन सी ( Vitamin C) : अगर आप विटामिन बी के साथ आगर विटामिन सी थोड़ी सी मिला दे विटामिन सी ( Vitamin C= Care)  अगर अटैचमेंट के साथ बॉन्डिंग और केयर अगर एक दुसरे का करना शुरू कर दे तो आपका मन रिफ्रेश हो जायेगा और रिश्ते सुधार सकते है और आप स्ट्रेस फ्री हो जायेंगे।

४ विटामिन डी ( Vitamin D): इन सभी के साथ अगर सप्ताह में एक बार भी विटामिन डी का सेवन करेंगे तो आपके रिश्ते में आपके मन को आराम मिलेगा । Vitamin D = Dedication आपको शरीर का इम्यूनिटी बढ़ा देते है।

ये सारे The Vitamin of Relationships विटामिन आपके रिश्तों की इम्यूनिटी बढ़ाएंगे। इसलिए साल में एक बार इस मन के रोग की जांच जरूर कीजिए और विटामिन ए बी सी डी लेकर अपने रिश्तों को तंदुरुस्त करे।


अगर जिंदगी में आगे बढ़ना है..... तो खुद को...

 जी हा मित्रो ब्लॉग का हेडलाइन आपने बिलकुल सही पढ़ा है, आज भाग दौड़ की जिंदगी में किसी को किसी के लिए फुर्सत नही है या बोले टाइम नही है। हम बस रोज की खुद की जरूरत को पूरा करने में लगे है और भाग दौड़ में व्यस्त है! 



फिर आपको आपकी मंजिल कैसे मिलेगी? आपके सपने कैसे पूरा होंगे? क्या आपने आपने फैमिली को सिक्योर कर दिया है आपके रिटायरमेंट के बाद कैसे घर चलेगा?

क्यू की आज आप खुद को समय नहीं दे पा रहे है, तो फिर आप कैसे अपने सपने को पूरा करेंगे?, कैसे अपने मंजिल तक पहुंच पाएंगे?

"No one saves us but ourselves. No one can, and no one may. We ourselves must walk the path."

-  Gautama Buddha.

इसके लिए मैं आपको बताता हु आप खुद को आइसोलेट ( Isolate) करे! और पूरा समय खुद को दीजिए। अगर आपको अपनी मंजिल तक पहुंचना है तो आपको आइसोलेट ( गृह विल्गीकरण) करना ही पड़ेगा। और खुद के अपर पहले फोकस करना पड़ेगा की आपको जीवन में क्या करना है, कैसे करना है और कब करना है. कहा क्या कमी रह गयी है उसे सुधार करने का इससे बेहतर मौका आपको नहीं मिलेगा।  होम आइसोलेशन में क्या करे क्या न करे.... 



१ खुद पर ध्यान दे और दिमाग पर फोकस करे की क्या करना है... क्यों की सुबकसिउस ऑफ़ माइंड  आप जो सोचेंगे वही होगा. इस लिए हमेशा पोसेटिव  सोचे 

२ अनवांटेड फ़ोन कॉल बिलकुल ना ले, उससे आपका माइंड डाइवर्ट होता है. इसलिए फ़ोन सिर्फ उनका ही ले जहा से आपको कोई नेगेटिव बाते सुनाने को ना  मिले. क्यों की एक फ़ोन कॉल, एक टेक्स्ट मेसेज  पूरी आपका मूड ख़राब/  अच्छा कर सकता है। 

३ काम से काम ३ महीने के लिए सेल्फ आइसोलेशन में रखे, और हमेशा पोसेटिव सोचे। 

४ एक बेंच मार्क निर्धारित करे अपने लक्ष्य को और घर में दिवार पर लिख कर चिपका दे, ये हमेशा आपको याद दिलायेगा की आपको क्या करना है और आपका टाइम पीरियड। 

५  सिर्फ सोचने  तरीका बदल दो दोस्त ,क्यों की सब आपकी सोच और दिमाग पर ही निर्भर करता है , अगर एकबार आपने सोच लिया तो जरूर आपक कर सकते है। 

६ नकारात्मक लोगो से बिलकुल भी न मिले, नहीं तो आपकी सोच और दिशा को भ्रमित कर देंगे।  इसलिए एक कहावत है  आप किसके साथ रहते हो ,घूमते हो, ज्यादा समय गुजरते हो आप बिलकुल वैसा ही बनोगे। 

७ इस दुनिया में सभी लोग सिर्फ अपने   मतलब से ही जुड़े है  आपके साथ। आप सिर्फ खुद को अलग कर  के देख लो लोग १-२ बार ही पूछेंगे फिर भूल जायेंगे आपको। 


इसलिए अब समय आ गया है खुद की पहचान को खुद तलाश करो अपने अंदर , और क्या बनाना है उसपर फोकस करो. 

सोशल मीडिया और हम......!

सोशल मीडिया और हम......!
आज कल सोशल मीडिया पर आने और छाए रहने के लिए हर कोई चाहता है, क्यू ना पुरुष,स्त्री,बच्चे और बूढ़े सभी लोग आज कल अपने आप को सोशल मीडिया पर देखना चाहते है।
आखिर क्यों ये लोग सोशल मीडिया का सहारा लेते है? क्यू घंटो घंटो मोबाइल से चिपके रहते है? क्यू ये लोग खुद को इतना बयास्त दिखाते है? कभी आपने सोचा है! 
ये लोग खुद को समाज में अकेला पन महाशुस करते है इसलिए इनको एक ही सहारा मिलता है और है सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे इंस्टाग्राम ,फेसबुक और WhatsApp।
ऐसे लोगो की दिमागी सोच होती है हर कोई उनसे बात करे, है कोई उन्हें प्यार करे, हर कोई उनकी बातो को उनकी भावनाओं को सुने और समझे। लेकिन आज किसी को इतना समय नहीं है की उनकी या उनका कोई सुने ,इसलिए ये लोग सोशल मीडिया का सहारा लेते है और खुद का कैरियर और जिंदगी बर्बाद कर लेते है।
आज भाग दौड़ की जिंदगी में लोग इतने व्यस्त है की पतीज पत्नी और खुद के बच्चे में संवाद नही हो पाता, पति का दुख पत्नी को सुनने का समय नहीं है, तो पत्नी का दर्द पति को सुनने का समय नहीं है। आज उनके बच्चे बड़े हो रहे है लेकिन उनके स्कूल , कॉलेज का क्या प्रॉब्लम है इतना भी सुनने का समय नहीं है फिर वही बच्चे सोशल मीडिया का सहारा लेते है और गलत संगत में आ जाते है।
आज अगर इन सबका कारण एक ही है और वो है संवाद की कमी। आज कोई खुद का एगो में रहता है और न जाने कोनसा और किस बात का एगो या एटीट्यूड लोग दिखाते है! जब घर के सदस्य सोशल नेटवर्किंग साइट पर जाकर और गलत कदम उठाते है तब उनके परिवार को पछतावा होता है और उस समय कहते है क्या कमी थी तुझे जो ये आज तूने ऐसा काम किया! 
दोस्त कमी 


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