आज के समय भाग दौड़ की ज़िन्दगी में हम इतने व्यस्त रहते थे की हमारे पास अपनो के लिए समय नहीं था। घर पर हमारे माता पिता भैया बेटा बेटी और पत्नी/पति के लिए समय नहीं था। हमेशा इनकी शिकायत थी की तुम घर पर कभी चैन से बैठते नहीं और हमें समय भी नहीं देते !कोरोना के इस संकट काल में आप उनकी ये शिकायत दूर कर रहे हो.. .
लेकिन, घर में हर समय सभी सदस्यों की मौजूदगी हम सभी का प्राइवेट स्पेस ख़त्म कर रहा है. इसका सीधा असर लोगों की रोमांटिक लाइफ़ पर पड़ रहा है. बहुत से लोग ऐसे भी है जो मौज-मस्ती और प्यार के कुछ पल साथ बिताने के लिए बाहर जाया करते थे. पार्टी करते थे. ऐसे लोगों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. अब संकट के इस काल में रिश्तों की अहमियत कैसे बरक़रार रखी जाए? ये भी एक बड़ा सवाल है ? लॉक डाउन में अपने आप को सम्भालिये क्यों की सिर्फ कुछ ही दिनों की बात है , अगर आपने कंट्रोल नहीं किया तो आपके पति - पत्नी के रिश्ते में दरार आ जाएँगी?अगर आप अपने पार्टनर से दूर रहे तो...
रोमेंटिक रिलेशनशिप वालों पर इसका और भी गहरा असर पड़ता है. उनका एक दूसरे से दूर रहना तो और भी मुश्किल है.इसीलिए लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हटने के बाद हम कैसे अपना जीवन आगे बढ़ाएंगे उसके लिए हम अभी से ख़ुद को तैयार कर लें चाहिए .जहां तक हो सके झगड़ों को अपने जीवन से दूर ही रखें. कोशिश यही करें कि एक दूसरे के साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय हंसी-खुशी बिताएं.
लेकिन रिश्ते मज़बूत रखने के लिए उनमें थोड़ी दूरी बनी रहे तो बेहतर है. उम्मीद है ये लॉक डाउन के दिन जल्दी गुजर जायेंगे और फिर से आपके जीवन में रोमांटिक दौर शुरू हो जाएंगे।
"हम कई रिशतों को टूटने से बचा सकते हैं
केवल अपनी सोच में यह छोटा सा बदलाव करके,
कि सामने वाला गलत नहीं है,
सिर्फ हमारी उम्मीद से थोङा अलग है"
केवल अपनी सोच में यह छोटा सा बदलाव करके,
कि सामने वाला गलत नहीं है,
सिर्फ हमारी उम्मीद से थोङा अलग है"
स्वस्थ रहे मस्त रहे ! उम्मीद है आपकी रोमांटिक लाइफ अच्छी रहे और सदा जवान रहे.