नई कंपनी VS पुरानी कंपनी

                    नई कंपनी VS पुरानी कंपनी 

आज के युवा पीढ़ी की सोच और सीनियर  अनुभवी लोगो की सोच में काफी अंतर है! मैने काफी इंटरव्यू लिए है मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव/ एरिया मैनेजर/ रीजनल मैनेजर ( Sales Representative/ ABM/RBM)  उसके आधार पर ये ब्लॉग्स लिख रहा हु। 



नई कंपनी में कौन ज्वाइन करना चाहता है...

१ फ्रेशर कैंडिडेट 

२ जॉब लेस 

३ पैसे के पीछे भागने वाले लोग 

४  लास्ट जिसको कैरियर में ग्रोथ चाहिए वो 

वेल ट्रेडमार्क कंपनी/ पुरानी कंपनी कौन ज्वाइन करना चाहता..

१ जिसको रेडी मेड बना बनाया सेल्स चहिए ( कम मेहनत हो)

२ कुछ लोग ब्रांड ट्रेडमार्क के पीछे भागते 

३ सैलरी ज्यादा मिलेगी 

४ सिक्योर पर्सन ( नो रिस्क)



 अगर जिस में कुछ कर गुजरने की हिम्मत हो वो व्यक्ति ही नई कंपनी ज्वाइन करता है, और खुद को साबित करता है की रियल उसकी मार्केट वैल्यू क्या है। अपने देखा होगा अक्सर आपके कंपनी में जब भी कोई नया जनरल मैनेजर और वाइस प्रेसिडेंट ज्वाइन करते है वो आपकी कंपनी से कई गुना बड़ी कंपनी से आपके यहां आते है। क्या आपने कभी देखा कोई छोटी कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट बड़ी कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट या डायरेक्टर बनते हुए ? नही ना , आखिर क्यों ?? सोचो.........

क्यू की पुरानी कंपनी/ स्टेबल कंपनी का सेल्स इतना ज्यादा हो चुका होता है की वहा पर आप ग्रोथ दे ही नही सकते? यहां तक कि पुरानी सेल्स भी संभालना मुश्किल हो जाता है।

फिर आपका पर्सनल ग्रोथ कहा हो पाएगा ???

इसलिए अगर पर्सनल ग्रोथ चाहिए तो हमेशा नई कंपनी ही आईडियल होती है जहा आप खुद को साबित कर सकते हो! 

की आप में कितना दम है आपकी मार्केट वैल्यू क्या है। 

आज कल एक नया ट्रेंड देखता हु,  कैंडिडेट इंटरव्यू लेने वाले से पूछते है सैलरी कितना राइज दोगे , पहले से सेल्स कितना है?

मैने उल्टा सवाल पूछ दिया आप कितना सेल्स लाकर दे सकते हो फिर आपको आपकी चॉइस पर सैलरी देता हु!  फिर क्या हुआ मालूम है  कैंडिडेट रुका भी नही।












हमारे सफलता की रूकावटे

हमारे सफलता की रूकावटे

हम मिडल क्लास के लोग ज्यादातर बाते करते है लेकिन कभी उस बातो को implement नही करते और सिर्फ अपने कर्मो पर रोते है की मेरे नसीब में यही था like that's!  आज अपने देश में ही कई ऐसे लोग है जो जीरो से हीरो हो गए है ,कई ऐसे कई नाम है उदाहरण के लिए स्वर्गीय श्री धीरूबाई अंबानी , अदानी ग्रुप, मार्क्जूबर्ग फेसबुक के मालिक ऐसे कई नाम है लेकिन आप बोलेंगे ये बड़े लोगो का नाम है  ऐसे कई लोग आपके आस पास भी है जो कड़ी मेहनत से अपने ड्रीम को फोकस कर के काम किया और सफलता हासिल की।
लेकिन हम मिडल क्लास के लोग सिर्फ खुद में खुश रहना चाहते है आगे का कभी नही सोचते!


हम बाते जरूर करते है की बहुत ज्यादा मेहनत करना है और ये करना है वो करना है... लेकिन वो सिर्फ बाते ही रह जाती है जैसे की...
मान लो आप जिस भी संस्थान में काम कर रहे है अगर आपके cycle meeting का डेट आया और इतेफक से वही दिन आपका बर्थडे आ गया तो कुछ लोग छूटी ले लेते है की बर्थडे है
जैसे की...
१ बर्थडे
२ शादी की सालगिरह
३ रिश्तेदार की शादी
४  दूर के रिश्तेदार की मृत्यु
५ पड़ोसी के घर शादी
ऐसे न जाने कई कारण बताकर ये लोग अपने इंपोर्टेंट मीटिंग सेमिनार को छोड़ देते या छूटी लेकर घर पर रहते है! और ये यही सबसे बड़ी रुकावट है उनकी जिंदगी और करियर का! क्यू की हमलोग भावनाओं में इमोशनल से भरे पड़े हुए है।

१) अगर आपका बर्थडे है तो बर्थडे दिन भर मनाओगे या रात को केक कटिंग करोगे?? 
२) अगर शादी की साल गिराह है पूरा दिन साल गिराह की केक काटोगे या रात को ?
३) अगर कोई दूर के रिश्तेदार का अचानक मृत्यु हो गई तो नजदीक है तो जाकर १-२ घंटे में वापस  नही आ सकते? या जल्दी से कार्य निपटा कर शाम को नही जा सकते??

मैं ये नही कहता हु की ये सभी कार्य मत करो लेकिन जरूरी क्या है उसको प्रधान ( प्रायोरिटी) दो। हमेशा प्राइमरी कार्य को महत्व दो ना की सेकेंडरी कार्य को?
क्यू की आपकी जिंदगी और करियर की सबसे बड़ी  रुकावट ये एक्सक्यूज है ।
मैने एक टॉप क्लास कंपनी के लेडी सीआईओ को देखा है खुद की डिलीवरी के ३ दिन ही वो बोर्ड मीटिंग को पहुंच गई! 
आज कई लोग है अपने फील्ड के जो कम उम्र में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव से सेल्स मैनेजर, जनरल मैनेजर वाइस प्रेसिडेंट की पोस्ट पर पहुंच चुके है। क्यू की वो लोग आपने कार्य को टॉप प्रायोरिटी पर रखते है थोड़ा फैमिली लाइफ को sacrifice करते है।
जिसदिन आप जो सोचते है उसे सिर्फ अमल कर के देखो आपको कोई नही रोक सकता आपकी मंजिल से, लेकिन हम ४ कदम चलते जरूर है लेकिन फिर ३ कदम पैर पीछे ले लेते है ये कुछ कारण से।
इसलिए जिंदगी में अगर आगे जाना है थोड़ा sacrificed करना पड़ेगा।
कुछ किये बिना ही जय जयकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

जीवन में अगर सफल होना है तो बुरा बनो

                     जीवन में अगर सफल होना है तो बुरा बनो 

 


कुछ बाते हमें बचपन से ही सिखाई जाती है  अच्छा बनो , अच्छे लोगो की संगत में रहो। घर में हमेशा एक ही बाते सुनने को मिलती है देखो तिवारी जी लड़का इनकी बाते मान कर ऐसा किया फर्स्ट क्लास से कॉलेज में पास किया, पाटिल साहेब का लड़का यूपीएससी परीक्षा पास किया है ऐसा ही सुनने को मिलता है। 
आज मैं कुछ बाते जो आपको बोलने वाला हु शायद आपको अटपटा लगेगा की मैं क्या लिख रहा हु   पर एकदम कड़वी सच्चाई है।
हम मिडल क्लास के लोगो को बचपन से दिमाग में बैठा दिया जाता है सिर्फ अच्छा बनो और पैसा कमाओ!  कभी भी मालिक बनने के लिए नही कोई सिखाता, सिर्फ नौकरी पाने के लिए हमे सिखाया जाता है !  
वो बाते, वो रूल्स हमे आगे नहीं बड़ने देती है, इसलिए आज मैं कहता हु की आप बुरा बनो..... जी हा बिल्कुल सही आपने पढ़ा आप बुरा बनो, बुरा का मतलब किसी को गाली देना लड़ाई झगड़ा करना  नही ... लोगो की इस सोच के लिए बुरा बनो। आज जो हमसे आप से जो कार चाभी से चलती है वैसे करवाया जा रहा है। की ये करो देखो फलाने का लड़का ये एग्जाम निकाल लिया बस ये सभी बाते दिमाग में बैठा दिया जाता है,  इस लिए लाइफ में थोड़ा टेडा बनो लोगो को गलत बोलने से आप बुरे नही होते है बल्कि आप उनसे बेहतर हो तभी लोग आपको बुरा बोलेंगे क्यू वो लोग आपकी बराबरी नहीं कर सकते इसलिए वो लोग आपको बुरा बोलेंगे।
जिंदगी में एक बात याद रखना अगर आप अच्छा बनोगे तो सबसे ज्यादा धोखा खाओगे । इसलिए टेडा बनो।
जंगल में हमेशा सीधा पेड़ को ही लोग काटते है, कभी कोई टेडे पेड़ को काटते हुए देखा है ? 
ज्यादातर साप जहरीले नही होते है लेकिन साप फन मरना डसना नही भूलता, क्यू की जब इंसान को मालूम हो जाए की वो  साप जहरीला नही है तो लोग साप को ही मार डालेंगे!  
इस लिए जैसा लोग बोलते है की उसके जैसा करो.. बिलकुल नही करना क्यू की तुम्हे उनसे बेहतर बनाना है... अगर आपको आपने अपने और विजन के लिए रात रात को ३ बजे तक जागना पड़े और सुबह में फ्रेंड्स के  यहां नही गए तो फ्रेंड्स अगर बोला की तुम बुरे हो तो हा बुरे बनो, आप अपने करियर के लिए इतने व्यस्त हो और कही कोई पार्टी में ना गए तो लोग बोलेंगे की आप बुरे हो... हा आप बुरे हो जाओ, लेकिन अपने कार्य मेहनत ,विजन से पीछे मत हटो। लोगो का काम है बुरा बोलना और उनके बुरे बोलने से तुम्हे कुछ भी फर्क नहीं पड़ता।  काम ऐसा करो जिंदगी में लोग तुम्हे ब्लॉक नही सर्च करे। दुनिया क्या सोचती है अगर ये भी तुम ही सोचोगे तो फिर दुनिया क्या सोचेगी??  
लाइफ में हमेशा स्ट्रेस फ्री जिंदगी जियो और  मालिक बनने के लिए सोचो तब पैसा आपके पास आयेगा और फिर आप लोगो को नौकरिया दे सकते हो।  जहा से हम मिडल क्लास की सोच खत्म होती है वहा से सोचना शुरू करो सफलता आपके कदम को चूमेगी दोस्तो। 
हम लोगो हमेशा अच्छा बनने के चक्कर में खुद को पीछे धकेल देते है।और कभी भी परफॉर्म नहीं कर पाते। 
अगर आप अपने कर्मचारी से प्यार करोगे तो लेस प्रोडक्टिविटी आयेगा...
और अगर प्रोफेशनल रहोगे तो हाई प्रोडक्टिविटी मिलेगा फैसला आपका।

JOB RESPONSIBILITY OF AREA BUSINESS MANAGER IN PHARMA COMPANY

JOB RESPONSIBILITY OF AREA BUSINESS MANAGER IN PHARMA COMPANY


In this Blogs Job Responsibility of Area Business Manager in Pharma will cover Following Topic
 Area Business Manager Definition
# How to Work
# Salary Structure
# Criteria of Area Business Manager Job & Responsibility
# Work and Job Responsibility 
# Quality for Area Business Manager 
# Summery of Area Business Manger 

First we Have to  Known About  Sales Team's of Pharma Company
1 Medical Representative
2 Area Business Manager 
3 Regional Business Manager
4 Zonal Business Manager
5  Country Manager or Counter Head ( International Location) ( Equal to ZBM)
6 Deputy General Manager (DGM)
7 General Manager (GM)
8 Vice President (VP)
9 President 

AREA BUSINESS MANAGER Plays a very Important and Specified Role in Pharma Sales. He/She is the First Person which is directly in touch with His/her Medical Representative . He is the First Trainer of Medical Representative . Every MR Find a ideal Person in his Manager . So that a Manager should be Smart, Bold, Energetic,Predictable. Problem Solving Skills, Adaptability, Ability to work on a Team, Team coordination, Team Motivation, Respect for Leaders and Co-workers.

For The ABM Is First Interview is Taken By RBM and After that ZBM. ABM Finalized by senior Authority  of a company depending on company norms interview normally Three types of Questions ask...

1 Questions related to Pharmacology
2 Question related to Human Anatomy & Physiology
3 Question related to Personal information, Vision, Carrier Objective , Last Company Sales Performance 

A Manager  always ready to help Co-workers and guide in all Good or Worst Condition, He is the Mentor or Like a Father for Co-Worker

Manager Should have clear and Deep thinking about the Company Strategies. On the behalf of that he will Guide his Co-Worker. A Area Business Manager  Should have some Below Qualities..
# Bold
# Knowledgeable
# Positive Attitude
# Leadership Quality 
#  Energetic
# Excellent Communication 
# Team Work
# Analytical
#  Clear Vision about Company Policies
# Traveling any Time
# Sacrifice with family life

When a Area Business  Manager joined any MR in field working then he should have to create good impact on his MR during working.He always wear professional dress during Joint field work and wear Tie, Polished shoe. Always carry professional working bag with Important document which is related to his area like Doctors list,Core Doctor list,Patch List, Input details ,Secondary and Primary sales data of a territory, inputs Detailing,Scientific study of products.

Area Business Manager always ready to handle the situation in Doctor Chamber or Have Answer of Doctor's question.He should have good knowledge of Brands, scientific benefits, Pack n Price, Competitor brands knowledge , He also known about scientific  reason behind the combination of two molecules . Always try to enroll in company Activity and for CME.
He always ready to resolve the issue of specific area and issue like Doctor related,Chemist related & stockist Related.

Area Business Manager give time to time Primary sales data to his Teams, Check the Call Coverage, Call Average and Call Frequency of his teams. Check the Inputs distribution and confirmed from team for 100% implementation  of company strategies in his teams. Any cheque/ Payment Related Issue between stockist and C & F.
  
For Medical Representative a Area Business Manager is like a GOOGLE Where he can find all information, solution related to his brands.

JOB PROFILE OF AREA BUSINESS MANAGER

# Achievement of Target Objective 
# Achievement of Target Key Product Objective
# Territory Objective
#  Ensure PMPM and Growth Objective
# Successful Launch to New Product
#  Validation of Dr & Chemist List
# Recruitment and Retention
# Vacant Territory Management
#  Induction of New Joinee   
#  Ensure Effective Joint Field Work
# Core Customer Relationship
#  On The Job Training of MR
# Manage the Group Event
#  Monitoring Field Activity of teams
#  Effective adequate territory Coverage 
# Checking and Controlling Tour Program and deviation as per STP
# Suggestion , addition and restructuring of territory
# Doctor group Meet: Basic ground work like selection of Dr and Selection of SPEAKER & Arrangement.
# OPD Campaigns  

For hiring a Area Business Manager a Pharma company required a Medical Representative  with Minimum 3-5 year Experience which is dependent on company to company , sometime your performance based you will get Internal promotion . A company Gives 20000- 30000 INR In starting of his job after that time to time he gets Increments. company also give daily allowances (DA) and Travelling allowances (TA) On the behalf total of above component almost 35000-45000 INR earn by a Area Business Manager. its handsome salary. Incentives and Foreign and domestic trips area present for Area Business Manager but its depend on the company Area Business Manager should is full of Responsibilities but his manager love to his job with challenges and give a good life to his Family.


१८ वर्ष के काम उम्र के बच्चे का रेजिस्टशन करे

                                     १८ वर्ष के काम उम्र के बच्चे का रेजिस्टशन करे 



कोरोना की तिसरी लाट को देखते हुए ,कोल्हापुर शहर महानगरपालिका ने १८ वर्ष से कम उम्र के बच्चे का ऑनलाइन रेजिस्टशन करने का आग्रह किया है ताकि सही समय पर उन सभी बच्चे को कोरोना की तीसरी लाट से बचाव योजना बना सके। ऑनलाइन रेजिस्टशन के माध्यम से प्रशासन को सही संख्या मालूम चल सके इसलिए हर माता-पिता अपने छोटे बच्चे जो १८ वर्ष से कम है उनका रेजिस्टशन निचे दियेगये लिंक पर करे. 

http://forms.gle/m4Txi1wdQoA5yE547


आप ये न्यूज़ आज के लोकमत के २ पेज पर पढ़ सकते है। 





Difference in job function of ABM & RBM

                    Difference in job function of ABM & RBM 

In the medicinal or FMCG industries, Area Business Managers (ABMs) and Regional Business Managers (RBMs) play pivotal yet distinct roles in driving growth. An ABM generally oversees a lower home, managing field sales teams, meeting targets, and ensuring product vacuity at the original level. They concentrate on politic execution, similar as enforcing marketing strategies, erecting customer connections, and resolving day- to- day functional challenges.

                                 

 On the other hand, an RBM operates on a broader scale, managing multiple ABMs across a region. Their responsibilities include strategic planning, assaying sales trends, and aligning indigenous performance with organizational goals. They act as a bridge between the company's advanced operation and field teams, ensuring flawless communication and harmonious execution of strategies.for depth details please read this article for pharma manager.

 

 While ABMs are hands- on executors, RBMs focus on leadership and long- term strategy, making both  places integral to a company's success. Understanding their functions highlights the synergy needed for effective business operations.

Area Sales Manager Responsibilities: Managing, training, and providing overall guidance to the sales team of an assigned territory. Setting reasonable sales targets to be achieved by the sales team. Monitoring the performance of the sales team and motivating members to meet or exceed sales targets.

The Regional Sales Manager (RSM) is a first line leader responsible for meeting and exceeding product sales goals and the development and performance of all sales activities in their assigned market. ...

  • Regional Sales Manager Definition ( 2nd line manager )
    • How to Work
    • Salary Structure 
    • Criteria for the Regional Sales Manager Job
    • Work and Job Responsibilities
    • Qualities for Regional Sales Manager 
    • Summary of Regional Sales Manager
    Difference in job function of ABM & RBM :

    RBM :

    1) Middle management role, handling ABMs & MRs.

    2) Responsible for setting goals for his region/dept.

    3) Disseminate company's strategies & information from top management to ABM & MRs and vice-versa.

    4) More concentration in Planning, Organizing & Controlling but less in Leading, compared to ABM.

    5) Less customer focused than ABM.

    6) Having power to expand or identifying new markets.

    7) CFA management, KOL development, Resource allocation, etc.

    ABM :

    1) Lower management role, handling only MRs.

    2) Do not set goals for organization/dept but carrying out the goals set by mid/top management.

    3) Disseminate information from RBM to MRs and provide feedback to RBM.

    4) More concentration on leading but less on all 3, compared to RBM.

    5) More customer focused than RBM.

    6) Get prior permission to expand or identifying new market.

    7) Distributor management, KOL management, Ensure proper utilization of resource allocated.


    On conclusion : area business manager and regional business manager difference in job function of abm & rbm above simple tips will to you difference between job function and job responsibilities


    for well dress and shoes is more important while interview 


    मास्क ने छीन ली होठ लाली

                  मास्क ने छीन ली होठ लाली

    हर एक स्त्री की गहना उसकी सुंदरता और मेक अप है। हर स्त्री और लड़किया चाहती है सजना सावरना, और सज धज् के जब वो चार लोगो को अपनी सुंदरता ना  दिखाये , तब तक उनको चैन और खुद को चैन नही मिलती। 


    लेकिन आज कोरोना काल मे इसपर पाबंदी आ गई, वो कितना भी सज सावर ले उनको मास्क लगना ही पड़ता है, जिससे आज उनको वो मेकअप का आनंद नही मिल पा रहा है। 

    आज ब्यूटी पार्लर भी बंद है, तो जाए तो कहा जाये बेचारी?  आज मास्क की वजह से ब्यूटी पार्लर भी बंद है, क्यू अगर मेक अप करे तो देखेंगे कौन? 



    ये कोरोना ने आज मास्क की वजह से होठ लाली को छुपा दिया है

    देश के असली हीरो

                                                             देश के असली हीरो 

    अभी तक हम लोग फिल्मो   बॉलीवुड में देखते थे की कौन  हीरो- हेरोइन है , कौन सा हीरो टॉप पर चल रहा है। और जितने भी हीरो -हीरोइन आज स्टार बने है। परदे पर हीरो-हेरोइन होने से आज कोई हीरो नहीं हो जाता ,उन्हें आम जनता के बिच में जाकर हीरो-हेरोइन बनो वो असली हीरो होता है।   उन्हें  इस देश के आम जनता ने हीरो  बनाया है , उनकी फिल्मे देख कर... , आज सभी को मालूम है जिस भी हीरो-हेरोइन को  देश की आम जनता सर पर बैठती है उसको स्टार बना देती है, और जिसको नहीं चाहती है वो आज इंडस्ट्री में दिखते भी नहीं है। 

    आज पूरा विश्व और देश कोरोना (कोविद-१९ ) जैसे महामारी से झेल रहा  है ,किसी को इंजेक्शन,किसी को  बेड , किसी को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है , इस में देश  लॉक डाउन की वजह से कई लोगो की नौकरी गई , किसी  पास खाने पीने के लिए पैसे नहीं , तो बेचारा खुद का   इलाज कहा करा सकता है ? इस कोरोना काल में मदत के लिए सिर्फ गिने चुने ही लोग आगे आये बाकी देश के हीरो-हेरोइन मालदीव-न्योर्क में छूटी मना रहे है लेकिन मदत के लिए सिर्फ एक ही देश प्रेमी और असली हीरो सोनू सूद सर और उधोगपति श्री रतन टाटा सर हमेशा मदत की हाथ सबसे पहले बढ़ाते है और रोजाना मदत दे रहे है. 

    सोनू सूद सर तो खुद आम जनता के बिच में जाकर उनको मदत कर रहे है , सोनू सर खुद कोरोना पोसेटिव होने के बावजूद लोगो को  मदत करने में लगे हुए है , और सोनू सूद सर न की कोरोना बीमारी बल्कि ऐसे भी दूसरे जरुरत मंद लोगो को मदत कर रहे है. और इनके ही क्षेत्र के हीरो लोग मालद्वीव में छूटी माना रहे है। और श्री रतन टाटा सर जी देश के हर मुसीबत के घडी में देश के साथ होते है, हमें गर्व है की श्री रतन टाटा जी के उप्पर। 


    अब देश के आम जनता को याद करना होगा और सोचना होगा की हमारे देश का असली हीरो कौन है श्री रतन टाटा जी & श्री सोनू सूद जी या...... जो परदे पर दीखते है वो है... !

    मैनेजर सावधान हो जाये

                  मैनेजर सावधान हो जाये

    जी बिल्कुल सही *हेड लाइन* है, मैनेजर सावधानी बरते, जब भी आप अपने टीम मेम्बर या आपके जूनियर से फोन पर बाते करते है। 

    क्यू की अब जमाना डिजिटल युग का है और आज सभी के पास स्मार्ट फोन है। आये दिन सोशल मीडिया पर ऑडियो क्लिप या वॉयस रिकॉर्डिंग आती है की इस कंपनी के मैनेजर ने अपने Subordinate से ऐसे फोन पर  ऐसे धमकी भरे बाते की, ऐसे उसने धमकी दिया,! क्यू की आपके जूनियर को  को नही पता की आपके मैनेजर के उप्पर क्या प्रेशर है और किन किन बातो की जवाबदारी होती है! 

    आपके जूनियर सिर्फ आपके उस पल की राह देखते है जब आप कुछ अपशब्द कभी गलती से बोल दिया तो आज कल वो लोग उस ऑडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर डाल देते है। 

    इस लिए थोड़ा  सावधानी बरते फोन पर बात करते वक़ ।  आज आप किसी पर भरोसा नही कर सकते, और वो सिर्फ आपने फायदे की ही देखते है अपने मैनेजर से, जरा सी उच निच हुई की आप गये। 

    इसलिए सावधानी ही सुखी जीवन है। 

    खुद की सुरक्षा अब आपके हाथ में , फैसला आपका

                                                   खुद की सुरक्षा अब आपके हाथ में , फैसला आपका                          

    प्रिय मित्रो

    आज पूरा देश कोविद-१९ (कोरोना महामारी ) से जूझ रहा है , और अभी तक कोई भी इसका इलाज नहीं है सिर्फ symtomatic ट्रीटमेंट ही शुरू है, इस लिए बचाव ही एक मात्र विकल्प है हमारे पास।  आज रोज न्यूज़ चैनल और न्यूज़ पेपर में सिर्फ एक ही समाचार रहता है इंजेक्शन (रमीडीसीवीर ) नहीं मिल रहा , पेशेंट को बेड  नहीं मिल  रहा है तो किसी को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है।  अगर इन सभी से खुद को बचना है तो जरुरी अगर न हो तो घर से बहार ना निकले ! लोगो से दुरी बना कर रखे ,क्यों  दुरी रखेंगे  आज  ,तो शायद कल नजदीक जाकर मिल सकोगे। 

    क्यों की आज हालत ऐसे है की ना हॉस्पिटल में जगह मिल रही है , और ना ही शमशान में ? आज ये सब दिन देखने को मिल रहा है। क्यों इसके भी हमलोग ही जिम्मेदार है ,कोई सोशल डिस्टैन्सिंग नहीं,मास्क नहीं, वैक्सीन भी लेने में देरी ?

    आज जैसा की भारत सरकार ने फैसला लिया है की हर १८ वर्ष के उप्पर के व्यक्ति महिला - पुरुष अब १ मई से वैक्सीन ले सकते है।  इसलिए बिलकुल देरी ना करे ,तुरंत आप और आपके फॅमिली  जो भी हो १८  वर्ष के अवश्य वैक्सीन ले।  क्यों की आज इजराइल विश्व का पहला देश है जो मास्क फ्री है, क्यों की इसराइल अबतक लगभग  80% लोगो ने वैक्सीन ले लिया है और मास्क फ्री कंट्री बन गया।   लेकिन सोशल डिस्टैंन्सिंग और दूसरे कायदा कानून का भी वो पालन करते है। 

    जो हमलोगो ने पिछले साल कुछ नियम बनाया था की रोज सुबह-शाम स्टीम वाप लेना, काढ़ा पीना, रोज १ निम्बू का सेवन करना , ये सब अब फिर से शुरू करे खुद के लिए  जान है तो जहान है। 


    स्मार्ट वर्क कैसे करे ?

                                                       स्मार्ट वर्क कैसे करे ?

    हम सभी  लोगो को पता है की जिंदगी  सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत का काम करना बहुत जरुरी होता  है। लेकिन जिंदगी  में अगर आपको और आगे तक सफलता चाहिए तो  आपको स्मार्ट वर्क भी  करना पड़ेगा !  ये वाक्य  हम नहीं वो सफल लोग कह रहे  है जो पहले भी सफल थे  और आज भी सफल है। 

    बहुत से लोगो की समस्या  होती है की वो अपना कीमती समय काम करने में लगा देते है जिससे उनको सफलता  मिलने  में ५०%- ५०% चांस होती है।  जिन लोगो को  सफलता मिलती है उनको कड़ी मेहनत के साथ साथ स्मार्ट वर्क भी करना पड़ता है। तब जाकर उनको सफलता हाशिल होती है। 



    अब २१ सदी में काम करने का  तरीका बदल गया है, तो इसलिए हमें भी अपना काम करने  का तरीका बदलना पड़ेगा। 

    पहले खुद को स्मार्ट कैसे बनाये 

    १  जितना आप सिख सकते है उतना सीखे 

    स्मार्ट  बनाने का पहला नियम है आपको सिखते रहना है , वक्त के साथ साथ हर चीज बदलती है तो इसका  ये मतलब है की आपकी स्किल प्रोफाइल (professional  line ) उसमे भी  बदलाव आते रहते है  इस में आपकी प्रोफेशनल लाइन को अपडेट करे। खुद को अपडेट रहने के लिए  आप इंटरनेट का सहारा ले सकते है। 

    २  सहकर्मी के के साथ मिलकर काम करे 

    खुद को स्मार्ट बनाने के लिए लोगो के  साथ मिलकर काम करे ,क्यों की आप जब लोगो से  मिलेंगे तो खुद ही अपडेट रह सकते है फिल्ड  के लोगो के साथ मिलकर काम करने पर नए नए आईडिया मिलते है 

    ३ खुद सेहत का ख्याल रखे 

    आप किस तरह से काम करते है, कैसा सोचते है , आप किस नजरिये से देखते है  वो सब आपके दिमाग पर से आता है  और स्मार्ट बनाने के लिए दिमाग  होना बहुत जरुरी है और जब आप अपना सेहत का ख्याल रखेंगे तब आपका दिमाग तेज होगा। 

    कुछ स्टडी है जो बोलते है जो रोजाना व्यायाम  करते है उनका ब्रेन सेल ग्रोथ होता है और ऐसे  आई क्यू  लेवल भी अच्छा होता है इसलिए रोज २०-३० मिनिट रोज व्यायाम  करे ,योगा और मैडिटेशन करे इससे आपके दिमाग को नियंत्रित रखता है। 

    स्मार्ट वर्क कैसे करे 

    ४ क्या करना है उसका लिस्ट बनाये 

    सबसे पहले आपको टाइम मैनेजमेंट सीखना होगा ,टाइम मैनेजमेंट का मतलब  आपके कार्य को समय में बांधना।  ऐसा इसलिए की स्मार्ट वर्क में आपको समय को बचाना है इसलिए हर काम का लिस्ट बनाये और क्या इम्पोर्टेन्ट है उसको टॉप प्रायोरिटी पर रखो। 

    ५ काम करते समय ब्रेक ले 

    बहुत काम लोगो को पता है हमारा दिमाग ९० मिनिट तक ही फोकस करता है और उसके बाद हमारा  दिमाग ढिल्ला पड़ जाता है ,इसलिए दिमाग को दोबारा रिकवर करने लिए १०-१५ मिनिटि का एक छोटा ब्रेक ले। 

    ६ शॉर्टकट का इस्तेमाल करे 

    कोई भी काम २ तरीके से होता है एक सामान्य तरीका और दूसरा शॉर्टकट तरीका।  उदाहरण के लिए  मान लो आप हिंदी भाषी है और आपकी गर्लफ्रेंड तमिलियन है और आप चाहते है की आप अपनी गर्लफ्रेंड को लेटर लिखे  आपको सरल भाषा  में ,आपको तमिल सीखना पड़ेगा और शॉर्टकट भाषा में सॉफ्टवेयर की मदत से आप तमिल भाषा बहुत आसानी से मिंटो में लिख सकते है। 

    ७ खुद को प्रोमोट करे 

    अभी के समय में प्रमोशन/प्रमोट  को स्मार्ट तरीका माना जाता है , आप सभी ने देखा होगा जब भी कोई मूवी रिलीज़  होती है उससे पहले मूवी का बहुत सारा प्रमोशन होता है ताकि लोगो को पता चले की ये मूवी आने  वाली है। इस तरह से आपको भी खुद को प्रमोशन / प्रोमोट करना होगा। 




    आज के दौर में हर व्यक्ति के पास स्मार्ट फ़ोन है ,लेकिन वो कभी भी उस स्मार्टफोन की मदत से स्मार्ट बनाने की कोशिस नहीं करता 


    कोरोना रिटर्न और सबसे ज्यदा धोखा सेल्स वालो को

    कोरोना  रिटर्न  और सबसे ज्यदा धोखा सेल्स वालो को


     आज हमारी कुछ गलतियों की वजह से दूसरी बार लॉक डाउन लग रहा है क्यों की जैसे ही राज्य सरकार नवंबर में कुछ शर्तो  साथ लॉक डाउन उठाया गया की सोशल डिस्टन्सिंग ,मास्क का इस्तेमाल  और हाथ को साफ रखना जैसे लोग भूल ही गये! 


    आज अगर सबसे ज्यदा किसी को धोखा है कोरोना का तो वो है Sales Representative क्यू की मैंने जो देखा डॉक्टर कॉल के समय हमारे Representative बिल्कुल सोशल दूरी नही रखते? उन्हे खुद थोड़ा दूरी बना कर रखना चाहिए । 

    आप सबकी फैमिली की जिमेदारी आप पर है इस लिए आप सुरक्षित रहे तो घर भी रहेगा। 

    एक साल पहले हम लोग रोज ये सभी काम करते थे...... 

    १ सुबह शाम स्नान करना गर्म पानी से

    २ रोज कढा पीना

    ३ रोज विटामिन सी लेना

    ४ रोज गर्म दुध मे हल्दी का सवन करना

    ५ घर के दरवाजा खिड़की जो रोज टच करते है उनको स्वछ रखना

    हम सब भूल गये या लापरवाही करते समझ मे नही आ रहा। 

    भाई जान है तो जहान है। 

    हमारी पहचान है टाई


                        हमारी पहचान है टाई

    हम टाई क्यू पहनते हैं? ताकि इस भिड भाड़ मे हम कुछ अलग दिखे, टाई पहनने से हमारी खूबसूरती और ज्यदा बढ़ जाती हैं. अगर आप टाई  लगा कर घर से निकालो गे तो लोगो को देखने का नजरिया बदल जाता है. इस टाई से आपको एक अलग पहचान मिलती है.


    लेकिन आजकल देखने को मिलता है 95% लोग टाई नही पहनते है, सिर्फ मीटिंग या उनके बोस आये तब ही टाई पहनते है? 

    और टाई नही रेगुलर पहनने मे सबसे ज्यदा उनके बॉस का योग दान होता हैं. क्यू की कई बार देखा गया हैं की उनके बॉस ही टाई नही पहनते तो, वो अपने टीम को ये सवाल पूछ ही नही सकते? 

    इसलिए अपने व्यक्तित्व और काम के समय टाई जरूर पहने. 

    आप टाई मे एक professional दिखाई देते है. कोई पहने या ना पहने लेकिन आप जरूर टाई पहने, क्यू की आपकी पहचान टाई और बैग है.

    वर्किंग वीमेन /WORKING WOMEN

                                                          वर्किंग वीमेन /WORKING WOMEN

    आज देश की महिलाएं अपने पैर पर खड़ा होना चाहती है।  उनको लगता है की वो खुद कमाए  और घर की फाइनेंसियल जरुरत में अपने पति के बोझ को कुछ हल्का करे। और कभी किसी जरुरत के समय किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े। लेकिन ये सभी महिला जानती है की कामकाजी महिलाओ की दिक्कत और सामना क्या क्या करना पड़ता है। इन महिलाओ को घर परिवार की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जब वो काम पर निकलती है। 

    आज इन वर्किंग वीमेन की समस्या को समझते है क्या क्या परेशानिया झेलनी पड़ती है। .. 

    आज  ये कितना भी कमा ले , लेकिन उनके घर के काम जैसे घर की साफ सफाई , खाना बनाना ,परिवार की देखभाल सब  महिलाओ को करना पड़ता है। लेकिन घर के मर्द इन कामो में जरा सी भी उनकी मदत नहीं करते! मदत तो दूर उल्टा ताने  मरते है। ऐसी काम काजी महिलाओ को दोहरा काम का दबाब बना रहता है जिससे वो थक जाती है। 

    जिन महिलाओ के बच्चे होते है ऐसे में उनको  घर संभालना  नौकरी करना काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्यों की छोटे बच्चे की देखभाल में उनको समय भी देना पड़ता है , अगर ऐसे में मर्द जरा सा इनकी मदत कर दे तो काफी आसान हो जाता है , लेकिन मर्द तो मर्द है भला वो क्यों करे!

    इसके साथ महिलाओ को ऑफिस या मार्किट में भी काम का दवाब बना रहता है , ऐसे में पुरष  सहकर्मी लोगो के कॉमेंट की महिलाये ठीक से काम नहीं करती है तो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 

    अगर घर की औरत पति से  ज्यादा कमाने लगे तो पति को आत्मसमान को ठेस पहुँचती है और उसे पत्नी  नौकरी करना अच्छा नहीं लगता। जब की पति को खुश होना चाहिए की उनकी पत्नी की क़ाबलियत पर न की पैसे पर ?

    कई बार तो महिलाओ को ससुराल में नौकरी के लिए परमिशन /अनुमति लेनी पड़ती है, और अगर अनुमति मिल गयी तो हमेशा ताने  सहना पड़ता है की दिन भर घर से बहार रहती है इसको नौकरी का घमंड हो गया है। 

    एक नौकरी करनी वाली औरत को मालूम होता है की क्या क्या सहन करना पड़ता है जब वो नौकरी करती है।  और नौकरी शौक से नहीं बल्कि जिमीदारी से करती है ताकि उनकी परिवार की जरुरत को पूरा कर सके।  

    इसलिए  ऐसे मानशिकता वाले पति जरा अपनी पत्नी पर ध्यान दे की वो कितना  कष्ट झेलती  है घर को चलने में।  एक औरत क्या क्या रोले प्ले करती है  कभी बेटी,  एक माँ का रोल, तो कभी एक पत्नी रोल, तो काम पर एक वर्कर का रोले, सबकी बाते  सुनती है फिर भी मुस्कराते हुए अपने दर्द को छुपाये सभी काम करती है और सबका ख्याल  रखती है चाहे वो माँ,बेटा ,बेटी,पति, सास ससुर , मित्र , भाई सबका ख्याल रखती है। लेकिन अपना दुःख दर्द किसी को नहीं कहती ।  इसलिए जरा इन वीमेन को भी हर पति का फ़र्ज़ बनता है की उनका ख्याल रखे , उन्हें भी कही बाहेर घूमने ले जाये वीकेंड पर, ताकि एक खुशहाल ज़िन्दगी बानी रहे। 

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    नो विज़न , नो सक्सेस

                                                 नो विज़न , नो सक्सेस 

     आज  मुझे भी  इस फार्मा फील्ड में २१ वर्ष  हो गए , लेकिन जब भी फील्ड में जाता हु तो मुझे हमेश नए चेहरे दिखते है ! जो हमारे समय के मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव थे वो कुछ लोग प्रमोशन लेकर मैनेजर हो गए  और कई लोगो ने फील्ड को राम राम कर दिया !

    मुझे सिर्फ इतना बोलना है हमारे साथियो और नए जो भी इस फील्ड में ज्वाइन किये  है , हमारा फार्मा फील्ड बहुत अच्छा है सिर्फ लगन और मेहनत से काम किया तो सक्सेस / सफलता आपके कदम को चूमेगी। 

    अगर आप लोग एक  विज़न लेकर चलोगे की मुझे जिंदगी में इस मुकाम  तक पहुंचना है तभी आप सफल हो सकते हो , हमेशा ओपन माइंड रखो , कुछ करने की जिद्द रखो तब जाकर आप सफल हो सकते है।  मै  कई लोगो से बात करता हु तो उनका अनुभव शेयर कर रहा हु , जैसे कुछ लोगो  की सोच  बस  महीने का २००००-२५००० रूपए मिल जाए शाम को  आराम से फॅमिली के साथ घर पर रहु ! और कुछ लोग कहते है मुझे भी रीजनल मैनेजर / जोनल मैनेजर / प्रोडक्ट मैनेजर बनाना है।  

    दोस्तों आज सिर्फ आप मेडिकल रिप्रसेन्टेटिव  बन के कितने  दिन तक काम करोगे ४-६  साल ? कल को आपकी भी फॅमिली की अपेक्षा / उमींद होगी की मेरे पति /मेरा पिता / मेरी पत्नी  / मेरी माँ  मैनेजर बने ? क्यों की हर कोई चाहता है लाइफ में आगे बढ़े ! कई बार आपने देखा होगा की आपके जूनियर्स मैनेजर बन जाते है ? आप ३५ साल के होते है और  आपका मैनेजर ३०  साल का होता है ? ऐसा क्यों होता है कभी आपने  सोचा ? क्यों की वो मैनेजर फॅमिली और फ्रेंड्स से सैक्रिफाइस करता है तब जाकर वो उस मुकाम तक पहुँचता है। 

    सके लिए अगर कुछ करना है तो ,थोड़ी आपको  मेहनत , सैक्रिफाइस , क्नोलज  अपडेट  और ओपन  माइंड रखना पड़ेगा। 

    क्यों की लाइफ में कब आपको ओप्पोर्तुनिटी / संधि मिल जाए  आप को पता भी नहीं चलेगा , और तब शायद आप  तैयार ना हो ?

    इसलिए पहले आप खुद  को तैयार कीजिए और अपना विज़न बनाए , की आपको करना क्या है... 

    १ खुद का एक घर हो 

    २ बच्चो की शिक्षा अच्छी स्कूल/कॉलेज हो 

    ३ बैंक बैलेंस अच्छी हो 

    ४  सोसाइटी में आपकी इज़ाज़त , मान सम्मान हो 

    इसके लिए  करे..?

    १  खुद का क्नोलज अपडेट करे गूगल मदत से / दोस्त से  डिस्कशन करे  

    २  इम्प्रूव कम्युनिकेशन स्किल 

    ३ आपके कस्टमर ( डॉक्टर /केमिस्ट ) से अच्छा रेपो / रिलेशन बनाए 

    ४ टार्गेट बनाओ की कब आपको क्या करना है , उस टारगेट के लिए आज ही शुरू करो काम 

    ५  अगर आपको ओप्पोर्तुनिटी दूसरे शहर / जिला में मिले तो तैयार रहे जाने को 

    ६ टाइम का परफेक्ट रहो  

    ७ कमिटमेंट बनो 

    ८ हेल्प लेने में  न शर्माओ / क्वेश्चन पुच्छने में न शर्माओ 

    ९ दोस्ती हमेशा पोसेटिव /सकारात्मक सोच वाले  करे , नेगेटिव लोगो से दूर रहे 

    १० सोशल मीडिया से दूर रहे ( और अच्छी सेहत रखे )



    पति -पत्नी और वो....

                                            पति -पत्नी और वो.... 

    शादी के बाद शुरुआती दिनों मेंं तो पत्नियों को पति से कोई खास शिकायत नहीं होती। लेकिन वहीं धीरे-धीरे पत्नियों / पति को लगने लगता है कि उनके रिश्ते में दूरियां आने लगती हैं और उन्हें लगता है कि उनके पति/पत्नी  बदल रहे हैं। इसके साथ आज हम आपको रिश्ते के बदलने की वजह बताएंगे और साथ ही ऐसे में क्या करें ये भी बताने जा रहे हैं। कहा जाता है कि पति-पत्नी का रिश्ता आसमान से बनकर आता है। शादी एक बहुत ही प्यारा रिश्ता होता है। आसमान में बने इस अटूट रिश्ते की मुहर धरती पर लगाई जाती है। वहीं यह रिश्ता कई सारी रस्मों और बड़ों का आशीर्वाद से मिलकर बनता है। ऐसे में रिश्ते में प्यार और भरोसा होना बहुत जरूरी है। 

    लेकिन इसके पीछे एक यह भी सच्चाई है कि प्यार कभी कम नहीं होता बस उसके मायने बदल जाते हैं।


     इसकी वजह होती है प्रायोरिटी। टाइम के साथ साथ हमारी प्रायोरिटी भी बदलने लगती है। और ये वही 

    मोड़ 
    है जहा  पुरुष-स्री गलत रास्ते पर निकल पड़ते है और बहार अपने लिए एक सच्चे साथी ढूंढने लगते है , 

    जो उनसे ढेर सारा प्यार दे, और उनकी बाते सुने। और यही से उनके रिश्ते में आता है ट्विस्ट और दोनों के रिश्ते 

    सुधरने के बजाये बिगड़ने लगते है ! उन्दोनो को लगता है बहार उनको ज्यादा प्रेम प्राप्त हो रहा है।  पर 

    हक्कीकत कुछ और होता है , ज्यादातर तो सभी को शादीसुदा लोग ही मिलते है जिनको उनका भी यही 

    प्रॉब्लम होता है। 

    लेकिन ये एक ऐसा मोड़ होता है की विवेक बुद्धि काम नहीं करती , एक दूसरे का भड़ास पति-पत्नी का 

    उनके/ उसके  सामने निकाले का, और शायद उसी में उनको / इनको  आनंद मिलता है।  लेकिन  लोग 

    ये भूल जाते है जो 
    पहले का नहीं हुआ, तो क्या भरोसा की तुम्हारा होगा/ होगी ? कल तीसरा भी आपसे/उनसे  बेहतर मिल गया तो आप गए...? 
    ऐसे में न घर ,  न घाट का  रह पाओगे , गांव समाज से बदनामी।  

    इसलिए पति-पत्नी को एक दूसरे की कौनसी बातों का पता होना जरूरी होता है. तभी शायद यह 

    रिश्ता सालों तक अटूट बन सकता है और पवित्र रिश्ता बोला जा सकता है.

    १ पता होना चाहिए की कौन सी बातो से दिल दुखता है 
    २ आपकी उनसे क्या उम्मीद 
    ३ सेक्सुअल कोई प्रॉब्लम 
    ४ साथी आपको पसंद है साथ रहना मजबूरी 
    ५ शारीरिक संबंधो के समय क्या सबसे अच्छा लगता है 
    इन सभी बातो का  पता होना बहुत जरुरी है तभी आपके सुखी दाम्पत्य जीवन में  कोई प्रॉब्लम नहीं आएगा। 



    ऐसे में क्या करें?

    ऐसे में पति पत्नी दोनों को चाहिए कि वो एक दूसरे पर दबाव ना बनाए बल्कि एक दूसरे को थोड़ा समय 

    दें। पत्नी को कोशिश करनी चाहिए कि वो परिवार को अपने हिसाब से चलाने की बजाय खुद बड़ों से सीख 

    लेकर परिवार के अनुसार चलें। अगर उन्हें कोई बात गलत लगती है तो सबके साथ बैठकर बात करें।

    प्यार शो ना करना

     शादी के बाद बढ़ती जिम्मेदारियों की वजह से पति पत्नी को अपना प्यार शो नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से कपल एक दूसरे के प्यार को कम होता हुआ समझने लगते हैं। 

    ऐसे में क्या करें?

    आप भले ही काम में कितने ही बिजी क्यों न हों लेकिन कभी-कभी प्यार जताना भी जरूरी है। इसलिए 

    पत्नी के सामने बीच-बीच में प्यार का इज़हार जरूर करें।

    बिच - बिच में पति-पत्नी एक दूसरे के लिए उपहार ले कर दे जो उन्हें पसंद हो जैसे टी शर्ट , ड्रेस इत्यादी। 



             

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